टिंग टॉन्ग..... व्हेन आई वेक अप : चैप्टर - 1
चैप्टर - १
" टिंग टॉन्ग....व्हेन आई वेक अप " के साथ मैं आपके मुखातिब हूं। प्रस्तुत उपन्यास एक सास्पेंस थ्रिलर हॉरर बेस्ड हैं जो आपको डरा कर सहमा कर एक अलग दुनिया नहीं एक स्कूल में ले जाते है जिसमे कभी छुट्टी नहीं होती है.....
आज फिर अख़बार के एक कोने मे उस स्कूल के भूतिया होने की खबर छपि।
अख़बार मे छपे खबर मे स्कूल के प्रिंसिपल के बयान के अनुसार स्कूल बहुत रहस्यम परिस्थितियों मे जला था। पर इनका ये भी कहना था कि ये सब स्कूल के बच्चों के कुछ ग्रुप के कारण हुआ स्कूल के बाहर दुकान मे लगे सीसी टीवी कैमरे कि मदद से उन्हें पता चला कि स्कूल मे कुछ बच्चों का ग्रुप छिप वहां सिगरेट का कश लगा रहे थे कुछ का कहना है शायद उसी की वजह से कही एक छोटी चिंगारी से आग लग गई हो।
आग किधर से लगा , कहाँ से वो चिंगारी आई जिसने पूरे स्कूल को एक झटके में निगल लिया किसी को कुछ नही मालूम था , और न ही उस हादसे की कोई वजह सामने आई।
जो भी थोड़ी बहुत खबर मिली वो खबर वास्तव में इलाके के थानेदार की और स्कूल के मालिकों की मिली भगत थी ,और उसका ये नतीजा निकला की जो बच्चे जले थे उनका दोषी उन्ही में से ग्यारह बच्चों को माना गया जो उस दिन स्कूल की क्लास छोड़ कर छिपते छिपाते बाहर सिगरेट पी रहे थे।स्कूल के मालिक को कोई सजा नहीं मिली कोई दिक्कत नहीं हुई क्योंकि वो सब तो हादसा था और हादसों की कोई सुनवाई , गवाह या सज़ा नहीं होती।
मगर उस दिन के बाद , उस स्कूल " सन लाइट हाई स्कूल " का कोई नाम भी सुन ले तो उसके साथ कुछ ऐसा होता की कोई सोच भी नही सकता ।लोगो का मानना हैं की आज भी रात के दो बजे के बाद वहां स्कूल चलने की आवाज़ें आती हैं अब क्या सच क्या झूठ ये तो तब मालूम हो जब कोई वहां जाए और इतना हिम्मत कोई आज तक जुटा नही पाया की कोई उस स्कूल में जाए ।
हां!....एक रोज स्कूल के प्रिंसिपल की लाश रहस्यमई तरीके से पाई गई और उसके ठीक दो दिन बाद उसके बेटे की फिर तो मौतों का सिलसिला मानों चालू सा हो गया हर दो दिन के बाद कोई न कोई वहां कैसे न कैसे पहुंच ही जाता और अगर कोई भूले भटके उस स्कूल के पास रात के दो बजे के बाद गुजर कर अपने घर भी आ जाता तो अगले रोज उसकी लाश वही स्कूल में मिलती कुछ यूं की घर वाले भी पहचाने से डर जाए...।
१ जनवरी
" आज मैं वो करने जा रही जिससे ये पूरा शहर डरता हैं दो बजने में बस एक मिनट बाकी है और हम आज सन लाइट हाई स्कूल के सामने खड़ी हु ( अपना कैमरा स्कूल के ओर करते हुए ) ये रहा स्कूल का गेट।" एक लड़की जिसकी उम्र तकरीबन उन्नीस बीस साल की होगी अपने हाथ में कैमरा लिए वो उसके सामने कहती है -" आज मैं सबको बता दूंगी यहां कोई भूत नही, क्योंकि ये स्कूल कभी मेरा भी स्कूल रहा हैं।" और इतना बोल वो कैमरे को लिए पूरे एरिया को कवर करने लगती है तभी एक लड़की जो की उसी की दोस्त हैं वो घबराए हुए उसे सके बोली -" एना!!....चल यार , देख ना कितना डरावना हैं सब कुछ ऊपर से ये स्कूल और इसकी वो अफ़वाह सब कहते है रात के दो बजे के बा यहां स्कूल शुरू...." तभी वो अपनी हाथ घड़ी को देखती हैं उसकी आंखे सामान्य से ज्यादा बड़ी हो जाती है क्योंकि दो बजने में बस आधा मिनट का समय था -" चल ना....!"
" सोफी तुझे जाना है तो जा....मैं आज सब जान कर रहूंगी।" एना कैमरे को हाथो में लिए कहती है
" ठीक हैं मैं जा रही।" इतना बोल सोफी वहा से भाग जाती है
" कितना डरती हैं भला एक जला हुआ स्कूल कैसे चालू हो सकता...." एना आगे बोलती की उसे स्कूल रिंग की आवाज़ सुनाई देती हैं " टिंग टॉन्ग " और उस स्कूल में से बच्चो के चहल पहल की आवाजे आने लगती हैं।
क्या होगा एना के साथ जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी
To be continued
Babita patel
21-Feb-2023 03:29 PM
nice
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Chetna swrnkar
19-Jul-2022 09:35 PM
Nice 👍
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Sandhya Prakash
16-Jul-2022 07:08 PM
😱😱😱😱 कैसे....???
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